ख़ुमार है या ख़ुशबू
रात है या कोई ख़्वाब।
ना जाने क्या दरियाँ है
जो ढूँडू तो सिरा नहीं मिलता।
तस्वीर है या आरज़ू,
आइना है या कोई शराब।
ना जाने वो क्या रंग है
जो अब इंतज़ार नहीं उतरता।
ख़ुमार है या ख़ुशबू
रात है या कोई ख़्वाब।
ना जाने क्या दरियाँ है
जो ढूँडू तो सिरा नहीं मिलता।
तस्वीर है या आरज़ू,
आइना है या कोई शराब।
ना जाने वो क्या रंग है
जो अब इंतज़ार नहीं उतरता।